एकदिवसीय भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने आज अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया। वे टेस्ट क्रिकेट को 2014 में ही अलविदा कह चुके है। उन्होंने अपने सन्यास की घोषणा इंस्टाग्राम पर की। हालांकि महेन्द्र सिंह धोनी आईपीएल में खेलते रहेंगे।
महेन्द्र सिंह धोनी भारतीय एकदिवसीय क्रिकेट टीम के अब तक के सबसे सफलतम कप्तान और विकेटकीपर है। उन्होंने 100 से भी अधिक मैच में अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को विजयश्री दिलवाई है।
2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले महेन्द्र सिंह धोनी का क्रिकेट कैरियर शानदार रहा है। वे विकेटकीपर बैट्समैन के रूप में टीम में चुने गये थे। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को आईसीसी के सभी टूर्नामेंट में भारत को विजेता बनाया। धोनी की कप्तानी में आईसीसी के सभी टूर्नामेंट्स जीतने वाला भारत अब तक का इकलौता देश है।

इंस्टाग्राम पर महेन्द्र सिंह धोनी का सन्यास
वर्ष 2011 में अपनी कप्तानी में धोनी ने 27 वर्ष के बाद भारत को क्रिकेट का विश्वविजेता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने नये-नये कीर्तिमान स्थापित किये। धोनी की कप्तानी में आस्ट्रेलिया, इंग्लैण्ड, न्यूजीलैण्ड जैसे कई धुरन्धर टीमों को उनके ही देश में पराजित कर द्विपक्षीय सीरीज में भारत ने विजय प्राप्त की।
महेन्द्र सिंह धोनी को भारत सरकार ने अपने सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया है। उन्हें चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री भी मिल चुका है। वे भारत के प्रथम क्रिकेटर है जिन्हें आईसीसी ने वनडे प्लेयर ऑफ द इयर अवार्ड दिया है।
धोनी ने टेस्ट क्रिकेट के 90 मैच में कुल 38.09 के औसत से 4,876 रन बनाये, जिनमें 6 शतक व 33 अर्द्धशतक है। टेस्ट में इन्होंने कुल 256 कैच व 38 स्टम्प किये है। अपने वनडे क्रिकेट कैरियर के 341 मैच में धोनी ने 50.72 के औसत से 10,500 रन बनाये है, जिनमें 10 शतक व 71 अर्द्धशतक शामिल है। विकेट कीपर के तौर पर कुल 314 कैच व 120 स्टम्पिंग उनके नाम एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दर्ज है। अन्तर्राष्ट्रीय टी20 में इन्होंने 98 मैच खेले व 37.60 के औसत से 2 अर्द्धशतक सहित 1,617 रन बनाये है।