5G को लेकर कई प्रकार की अटकलें लगाई जा रही हैं। परंतु 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी कब से शुरू होगी इसके बारे में किसी को सटीक पता नहीं है। सरकार के कुछ ऑफिशियल के द्वारा दी गई जानकारियों के अनुसार 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी जून और जुलाई के बीच होने वाली है। इसी प्रसंग में आगे बढ़ते हुए यह भी साफ हुआ कि अगस्त अथवा सितंबर तक देश में 5G कॉल होना संभव हो सकता है।
किन कंपनियों को मिलेगा 5G स्पेक्ट्रम
भारत में जिओ के आने के बाद लगभग लगभग टेलीकॉम इंडस्ट्री पूरी तरह से समाप्त ही हो गई थी। परंतु जिओ के कुछ प्रतिद्वंदी अभी भी स्वयं को ऊपर उठाए हुए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि 5G स्पेक्ट्रम के नीलामी के बाद जिओ के अलावा अन्य कंपनियों का भी कुछ फायदा हो सके।
स्पेक्ट्रम मिलने वाली कंपनियों की लिस्ट में फिलहाल तीन कंपनियों का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है। जिनमें क्रमश रिलायंस जिओ, भारती एयरटेल एवं वोडाफोन और आइडिया का नाम शामिल है। यह भी माना जा रहा है की 2024 के अंत तक बीएसएनएल पूरी तरह से 5G स्पेक्ट्रम पर आधारित हो सकता है। परंतु बीएसएनएल की आज की हालत देखते हुए यह का पाना थोड़ा मुश्किल है।
भारत में कब तक होगा 5G लांच
फिलहाल जब तक 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं हो जाती है, तब तक इस विषय पर कुछ भी कहना संभव नहीं है। अतः अभी तक इस बात की कोई भी पुष्टि नहीं हुई है कि भारत में 5G कब तक लांच होगा। परंतु इतना अवश्य है की 2022 के अंत तक 5G की लॉन्चिंग हो सकती है। वर्तमान समय में बहुत अधिक उपभोक्ताओं के जुड़ जाने से सभी कंपनियों के इंटरनेट स्पीड काफी धीमे पड़ चुके हैं। यही कारण है कि पूरे भारत 5G के लांच होने का बेसब्री से इंतजार है।
5G लॉन्च होने के पश्चात किन कंपनियों को होगा फायदा
5G लॉन्च होने की प्रतीक्षा सभी टेलीकॉम कंपनियां बेसब्री से कर रही हैं। परंतु देखना यह है कि 5जी लांच होने से किन कंपनियों को सबसे अधिक फायदा हो सकता है। तो कुछ विश्लेषकों के मतों के आधार पर यह माना जा रहा है कि 5जी के लांच होने से वोडाफोन और आइडिया दोनों एक बार फिर से मजबूती पकड़ सकते हैं। क्योंकि टेलीकॉम इंडस्ट्री का एक सबसे बड़ा नियम है पहले आओ और पहले पाओ। अतः यही कारण हो सकता है कि 5G स्पेक्ट्रम मिलने के बाद वोडाफोन और आइडिया खुद को एक अलग स्तर पर आगे कर पाए।
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एक और सरकारी कंपनी है जिसे हम लोग बीएसएनएल के नाम से जानते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि 5G स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद बीएसएनएल खुद को पूरी तरह से 5जी में तब्दील कर सकता है। लेकिन बीएसएनल के मौजूदा हालात देखते हुए इस बात की फिलहाल कोई पुष्टि कर पाना काफी मुश्किल कार्य है।
भारत में कौन सी कंपनियां 5G स्पेक्ट्रम खरीद सकती हैं
इसका जवाब तो कोई भी दे सकता है, फिलहाल पूरी टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक ही ऐसी कंपनी है जो 5G स्पेक्ट्रम को बेहद आराम से खरीद सकती है। हम बात कर रहे हैं रिलायंस जिओ की, क्योंकि जिओ ने शुरुआत से ही खुद के नेटवर्क को 5G के अनुरूप ही बनाया है। जिससे भविष्य में 4G से 5G में स्विच करने में कंपनी को कोई भी परेशानी ना हो पाए। वहीं दूसरी कंपनियों के लिए 4G से 5G में शिफ्ट कर पाना थोड़ा खर्चे का विषय हो सकता है। इसके साथ ही भारत में टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की बढ़ती कीमतों के कारण बहुत ही कम कंपनियां इस क्षेत्र में आएंगी।
5G के क्या-क्या फायदे हैं
5G आने वाली भविष्य की एक नवीनतम टेक्नोलॉजी है। जिससे हम हाई स्पीड इंटरनेट का उपयोग वायरलेस माध्यम से कर पाएंगे। 5G के माध्यम से हमें शिक्षा, मेडिकल, टेक्नोलॉजी व कृषि जैसे कई अन्य क्षेत्रों में मदद मिल पाएगी। 5जी के माध्यम से हम आने वाले समय में स्वयं को बहुत तेजी से आगे बढ़ा पाएंगे। 5G नेटवर्क के द्वारा आप रियल टाइम में बिना किसी लेटेंसी के हाई डेफिनेशन वीडियो कॉलिंग एवं वीडियो स्ट्रीमिंग कर पाएंगे। अतः आने वाले समय में स्वयं में एक नया एक्सपीरियंस होगा।

5G के नुकसान
हर बार यह जरूरी नहीं है कि जहां हमें फायदा मिलता है वहां नुकसान भी मिले। परंतु आजकल इंटरनेट पर कई ऐसे आर्टिकल्स एवं वीडियोस वायरल हो रहे हैं जिनमें यह बताया जा रहा है कि 5G हमारे लिए अत्यंत नुकसानदायक है। जानकारी के लिए आपको बता दें अभी तक 2G 3G 4G एवं 5G नेटवर्क पर हुए किसी भी अध्ययन के अनुसार ऐसी किसी भी बात की कोई पुष्टि नहीं हो पाई है। इस चीज को हम इस स्पेक्ट्रम के माध्यम से समझते हैं। यहां पर आप साफ-साफ देख पा रहे होंगे की लाइट की फ्रीक्वेंसी कहीं ज्यादा अधिक है 5G के मुकाबले। परंतु ऐसा भी नहीं है कि आपको 5G टावर के कोई नुकसान ना हो। कई शोध एवं अध्ययन की माने तो जिनके घरों के आसपास टावर लगा हुआ है उनमें चिड़चिड़ापन, बेचैनी, कमजोरी इत्यादि की समस्या आम लोगों से कहीं अधिक है। अब इस बात में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि कर पाना असंभव है। परंतु यदि आपके आसपास कोई भी 4G अथवा 5G टावर है तो आप हमें अवश्य बताएं कि क्या आपको भी ऐसे कोई लक्षण दिखते हैं।
5G के बाद क्या होगा
अभी फिलहाल सही ढंग से 4जी की स्पीड ही नहीं मिल पा रही है। अभी तक 5G के स्पेक्ट्रम की नीलामी तक नहीं हुई है। ऐसे में 5जी से आगे का सोचना थोड़ा मुश्किल नजर आता है। परंतु हम आपको बता दें कि आने वाले समय में 5G का एडवांस वर्जन भी देखने को मिलेगा। जिसमें आप को और बेहतर स्पीड एवं कनेक्टिविटी देखने को मिलेगी। 5G के बाद 6G टेक्नोलॉजी पर काम शुरू हो चुका है। परंतु अभी पूरी तरह प्रोटोटाइप पर आधारित है अर्थात अभी पूरी तरह से बीटा टेस्टिंग वर्जन ही है। क्योंकि अभी तक ऐसे चिप्स का निर्माण नहीं हुआ है जो 6जी टेक्नोलॉजी को सपोर्ट कर पाए। 6जी एक भविष्य की टेक्नोलॉजी है जिस पर वर्तमान में जोरों शोरों पर काम चल रहा है। अभी तो फिलहाल 5G के एडवांस वर्जन को बनाने की तैयारी चल रही है। ऐसा माना जाता है कि 6जी टेक्नोलॉजी लाइट पर आधारित होगी। अर्थात हमारे सभी डाटा लाइट की सहायता से ट्रेवल करेंगे। इस संदर्भ में आप लाईफाई टेक्नोलॉजी के बारे में पढ़ सकते हैं। लाईफाई टेक्नोलॉजी वाईफाई टेक्नोलॉजी के मुकाबले काफी तेज और एडवांस है।
आशा करते हैं 5G से जुड़ी यह तमाम जानकारियां आपके काफी काम की सिद्ध होंगी। भविष्य में ऐसे ही ज्ञानवर्धक पोस्ट पढ़ने के लिए हम से जुड़े रहें। धन्यवाद